New India News/Desk छत्तीसगढ़ के चर्चित कथित शराब घोटाला मामले में बड़ी कार्रवाई हुई है। प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल के खिलाफ चार्जशीट दाखिल कर दी है। यह चार्जशीट करीब 7 हजार पन्नों की बताई जा रही है।
चार्जशीट पेश करने के साथ ही चैतन्य बघेल की जुडिशल रिमांड समाप्त हो गई है। सोमवार को ईडी ने उन्हें कोर्ट में पेश किया। गौरतलब है कि 18 जुलाई को चैतन्य बघेल के जन्मदिन के दिन ही ईडी ने उन्हें भिलाई स्थित आवास से गिरफ्तार किया था। गिरफ्तारी के बाद से वे लगातार जेल में हैं। बीच में ईडी ने रिमांड पर लेकर पूछताछ भी की थी और फिर वापस जेल भेज दिया गया।
अब EOW भी करेगी गिरफ्तारी
शराब घोटाला केस में ईडी की कार्रवाई के बाद अब राज्य आर्थिक अपराध अन्वेषण विंग (EOW) भी सक्रिय हो गया है। विशेष अदालत में ईओडब्ल्यू ने चैतन्य बघेल के खिलाफ प्रोडक्शन वारंट दायर किया था। इस पर सोमवार को सुनवाई हुई। ईओडब्ल्यू ने चैतन्य की 7 दिन की रिमांड मांगी है ताकि उनसे पूछताछ की जा सके।
कोर्ट ने ईओडब्ल्यू के आवेदन पर फैसला सुरक्षित रख लिया है। अब मंगलवार को इस मामले में रिमांड पर फैसला आने की संभावना है।
हाईकोर्ट में भी सुनवाई जारी
दूसरी ओर, गिरफ्तारी के खिलाफ दायर चैतन्य बघेल की याचिका पर छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट में भी सुनवाई चल रही है। सोमवार को सुनवाई पूरी नहीं हो सकी। अब इस पर अगली सुनवाई 19 सितम्बर को होगी।
आरोप और ईडी की जांच
ईडी ने चैतन्य बघेल को कथित शराब घोटाले से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग केस में आरोपी बनाया है। आरोप है कि उन्हें इस घोटाले की रकम से 16.70 करोड़ रुपए मिले। ईडी का दावा है कि इन पैसों को चैतन्य ने अपने रियल एस्टेट प्रोजेक्ट्स में निवेश किया।
ईडी की चार्जशीट और आने वाली ईओडब्ल्यू की पूछताछ से साफ है कि आने वाले दिनों में यह मामला और बड़ा रूप ले सकता है।