Newindianews/Raipur छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर में निर्मित NIA ऑफिस का आज केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने शुभारंभ किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल , प्रदेश के गृहमंत्री ताम्रध्वज साहू पूर्व मुख्यमंत्री डॉ. रमन सिंह समेत कई नेता और पुलिस-जवान शामिल हुए। गृहमंत्री अमित शाह ने रायपुर में NIA कार्यालय का किया उद्घाटन
प्राप्त जानकारी के अनुसार केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद किसी राज्य की समस्या नहीं है, बल्कि ये लड़ाई मानवता के खिलाफ है। देश के खिलाफ है। जब तक वामपंथी उग्रवाद समाप्त नहीं होगा, वहां विकास नहीं होगा। लोगों का भला नहीं होगा। केंद्र सरकार ने विकास के लिए भी ढेर सारे कदम उठाए हैं। कनेक्टिविटी, शिक्षा का स्तर, रोजगार को बढ़ावा देने के साथ-साथ सुरक्षा बलों की उपस्थिति भी बढ़ाई है। इस तरह 8 सालों में वामपंथी उग्रवाद को नियंत्रित करने में सफलता मिली है।
अमित शाह ने यह भी कहा कि अब बहुत कम जिलों में वामपंथी उग्रवाद सिमटकर रह गया है। 2009 के मुकाबले 2021 में 77 प्रतिशत कटौती के साथ 509 घटनाएं हुई हैं। जान गंवाने वाले नागरिक सुरक्षा कर्मी 1005 थे, जो 2021 मंं 147 रह गए हैं। पहले 120 जिलों में घटनाएं होती थीं, जो अब 46 रह गई हैं।छग में कुछ जिले अब भी वामपंथी उग्रवाद से ग्रसित हैं। दोनों सरकारें मिलकर वामपंथी उग्रवाद को खत्म करेंगे। घटनाओं में कमी आई है। आत्मसमर्पण में 140 प्रतिशत की वृद्धि हुई है। यह बताता है कि हमने अच्छा काम किया है। केंद्रीय गृहमंत्री ने छत्तीसगढ़ सरकार का भी धन्यवाद दिया।
भवन बनाने से परिणाम नहीं आएगा, बल्कि भावना जरूरी है
एनआईए के काम के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि पहले आतंकवादी संगठनों को प्रतिबंधित किया जाता था, लेकिन वे दूसरे नाम से फिर काम करते थे, इसलिए एनआईए ने व्यक्ति को आतंकवादी घोषित करने से उनकी तकलीफ बढ़ती है। अब तक 36 लोगों को आतंकवादी घोषित किया है। एआई के द्वारा डेटाबेस का एनालिसिस कर रोकथाम की कोशिश की जा रही है। टेरर फाइनेंस से कश्मीर को संपूर्णतया आतंकवाद से मुक्त करने का प्रयास किया। धारा 370 हटाने के बाद कश्मीर में शांति है। आतंकवादी गतिविधियों पर निगरानी की जा रही है। टेरर फंडिंग पर वर्ष 18, 19-20 में कठोर कार्यवाही की गई। 105 मामले दर्ज किए। 876 आरोपियों को पकड़ लिया गया है। 94 मामलों में चार्जशीट दायर की गई है। नरेंद्र मोदी सरकार ने वामपंथी उग्रवाद को मूल समेत उखाड़ने का संकल्प लिया है। एनआईए के अधिकारियों से उन्होंने कहा कि भवन बनाने से परिणाम नहीं आएगा, बल्कि भावना जरूरी है। उन्होंने एनआईए के डीजी दिनकर गुप्ता से कहा कि वे भावना और कर्तव्यनिष्ठा आरोपित करें। बेहतर जांच करें, जिससे अच्छे परिणाम आएंगे।