newindianews/raipur: क्या कभी सरकारी नौकरी की चाह रखने वाले किसान की किस्मत पल्टी खा सकती है और ऐसा हुआ भी है,बस्तर के कोंडागांव ज़िले के बड़े कनेरा गांव के किसान कुसरो लाल के साथ।इस किसान कुसरो लाल के खेत के पास एक मार्कण्डेय नाला बहता है।जिसमें मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नरवा कार्यक्रम के तहत जल संरक्षण,चेक डैम,ब्रश वुड,बोल्डर चेक डैम,गेबियन संरचना,परकोलेशन टैंक का निर्माण किया गया है,जिसका लाभ किसान उठा रहे हैं।कुसरो लाल बताते है,उनके खेत के पास नरवा है,जिसमें साल भर पानी का भराव रहता है।वहां से पम्प लगाकर पानी खेत तक लाकर ड्रिप इरिगेशन करते हैं।
पहले हर युवा की तरह कुसरो भी बी.एस-सी.की पढ़ाई-लिखाई के बाद सरकारी नौकरी की चाहत रखता था,लेकिन नरवा कार्यक्रम ने कुसरो की किस्मत व मन दोनों ही बदल दिया।यह कायाकल्प सुराजी गांव के नरवा कार्यक्रम के तहत जल संवर्धन करते हुए बरसाती नालों का उपचार कर जल भराव करने रोकथाम किया गया।बताते हैं,अब तक वनांचलों में 9 हज़ार नालों का उपचार करके विभिन्न संरचनाएं बनाई गईं,निससे जल स्तर भी बढ़ा है।कुसरो अपने 2 एकड़ खेत में धान की फसल लेते हैंऔर 65 ख़ज़ार रुपए का बैंक कर्ज़ भी लिया था,जो मुख्यमंत्री के वायदे के अनुरूप उसे भी माफ किया गया।अब मिर्ची की खेती कर कुसरो ने 6 महीने में मिर्ची बेचकर 4 लाख की कमाई कर ली है।ऐसा है,नरवा कार्यक्रम से लाभ व विकास कु बात सिद्ध हुई है।