“भारत अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग से डरने वाला नहीं” ऑपरेशन सिंदूर पर संसद में गरमाया माहौल — पीएम मोदी बोले,
🔷 22 अप्रैल के हमले का बदला 22 मिनट में लिया गया
🔷 “सेना को खुली छूट दी गई थी” – संसद में प्रधानमंत्री का बयान
NewIndiaNews/Delhi ऑपरेशन सिंदूर को लेकर संसद के मानसून सत्र में जोरदार बहस जारी है। मंगलवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने लोकसभा में संबोधन के दौरान स्पष्ट रूप से कहा कि दुनिया के किसी भी नेता ने भारत को ऑपरेशन सिंदूर रोकने के लिए नहीं कहा। उन्होंने अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के अप्रत्यक्ष दावे को खारिज करते हुए भारत की आत्मनिर्भर नीति और दृढ़ नेतृत्व का उदाहरण पेश किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा –
“यह विजयोत्सव है उन आतंकी ठिकानों को मिट्टी में मिलाने का, यह सिंदूर की सौगंध पूरी करने का विजयोत्सव है। यह हमारी सेना के शौर्य और सामर्थ्य का उत्सव है।”
पहलगाम हमला — देश को दंगों की आग में झोंकने की साजिश
पीएम मोदी ने अपने संबोधन में कहा कि पहलगाम हमला एक सुविचारित प्रयास था भारत को हिंसा और दंगों की आग में झोंकने का।
“मैं भारत का पक्ष रखने के लिए खड़ा हूं… और जिन्हें भारत का पक्ष नहीं दिखता, उन्हें आईना दिखाने के लिए खड़ा हूं।”
अमेरिका से बातचीत और पाकिस्तान को चेतावनी
पीएम मोदी ने बताया कि ऑपरेशन से पहले अमेरिका के उपराष्ट्रपति ने बातचीत की कोशिश की थी।
“बातचीत में उन्होंने बताया कि पाकिस्तान हमले की तैयारी कर रहा है। तब मैंने साफ कहा — पाकिस्तान की गोली का जवाब अब गोले से दिया जाएगा।”
न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग की हवा निकाली — पीएम मोदी
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत ने यह साबित कर दिया कि अब न्यूक्लियर ब्लैकमेलिंग का दौर नहीं चलेगा।
“हमने पाकिस्तान के सीने पर सटीक प्रहार किया। हमने वो किया जो पहले कभी नहीं हुआ। 22 अप्रैल के हमले का बदला हमने 22 मिनट में ले लिया।”
सेना को दी गई थी पूरी छूट
प्रधानमंत्री मोदी ने लोकसभा में बताया कि पहलगाम हमले के बाद शीर्ष स्तर पर बैठक कर सेना को खुली छूट दी गई थी।
“कब, कहां, कैसे – इसका निर्णय सेना करेगी। हमने सिर्फ एक लक्ष्य दिया — आतंकवादियों को सज़ा देनी है। और सजा ऐसी दी कि आज भी उनके आकाओं की नींद उड़ी हुई है।”
पाकिस्तान को हर मोर्चे पर करारा जवाब
पीएम मोदी के अनुसार, पहली बार भारतीय रणनीति ने आतंक के उन अड्डों को भी ध्वस्त किया जहां पहले कभी कोई कार्रवाई नहीं हुई थी।
“पाकिस्तान के कोने-कोने में छिपे आतंकी ठिकानों को धुआं-धुआं कर दिया गया।”