Newindianews /Raipur: प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य आर.पी. सिंह ने कहा कि केंद्र उर्वरक देने में छत्तीसगढ़ को सहयोग नहीं कर रहा। छत्तीसगढ़ में भाजपा के नेता खाद की कमी को लेकर घड़ियाली आंसू बहा रहे है और ओछी राजनीति कर रहे है। राज्य सरकार के द्वारा खरीफ 2022 हेतु कुल मात्रा 13.70 लाख टन का अनुमोदन भारत सरकार द्वारा दिया गया है। इसमें से यूरिया 6.50 लाख टन, डीएपी 3 लाख टन, पोटाश 80000 टन, एनपीके 1.10 लाख टन एवं सुपर फास्फेट 2.30 लाख टन है। माह अप्रैल एवं मई 2022 में राज्य को यूरिया की कुल आपूर्ति 3.29 लाख टन होनी थी लेकिन केवल 2.20 लाख टन यूरिया ही प्राप्त हुआ। राज्य में यूरिया की उपलब्धता खरीफ के लक्ष्य के विरूद्ध 77 प्रतिशत है। राज्य में एनपीके की उपलब्धता खरीफ के लक्ष्य के विरूद्ध 40 प्रतिशत, डीएपी की उपलब्धता 55 प्रतिशत, पोटाश की उपलब्धता 54 प्रतिशत एवं सुपर फास्फेट एसएसपी की उपलब्धता 71 प्रतिशत है।
प्रदेश कांग्रेस संचार विभाग के सदस्य आर.पी. सिंह ने कहा कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को सहकारी संस्थाओं के माध्यम से अग्रिम उठाव करवाने, पौष मशीन में नियमित एन्ट्री करवाने एवं प्राप्त उर्वरक के तेजी से भंडारण एवं वितरण की व्यवस्था की जा रही है ताकि राज्य को समय पर उर्वरक प्राप्त करने में समस्या न हो। उर्वरक के रेल के माध्यम से प्राप्त होने वाले रैक हेतु भी आवश्यक समन्वय किया जा रहा है। सहकारिता क्षेत्र में पूर्व खरीफ वर्ष 2021 की तुलना में वर्तमान अवधि तक समस्त उर्वरकों का कुल भण्डारण 70 हजार टन अधिक है। पूर्व वर्ष से सहकारी समितियों से बिकी की मात्रा भी लगभग 47 हजार टन अधिक है। अतः छत्तीसगढ़ शासन द्वारा प्रयास करते हुए पूर्व वर्ष से अधिक उर्वरक सहकारी संस्थाओं में उपलब्ध कराया गया है। आगे भी उर्वरक के त्वरित भण्डारण एवं वितरण के लिए प्रयास जारी है।