New India News |Delhi कांग्रेस नेता और लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी ने गुरुवार को निर्वाचन आयोग पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि महाराष्ट्र विधानसभा चुनावों के दौरान मतदाता सूची में बड़े पैमाने पर धांधली की गई है। उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा और चुनाव आयोग की मिलीभगत से चुनाव में “वोट चोरी” हुई है।
“1 करोड़ फर्जी वोटर्स, आयोग ने सहयोग किया”
राहुल गांधी ने दावा किया कि महाराष्ट्र में पांच वर्षों की तुलना में केवल पांच महीनों में एक करोड़ नए मतदाता सूची में जोड़े गए, जो पूरी चुनावी प्रक्रिया को संदिग्ध बनाता है। उन्होंने कहा कि कुछ क्षेत्रों में मतदाताओं की संख्या वहां की कुल आबादी से भी अधिक पाई गई।
“हमने चुनाव आयोग से मशीन-रीडेबल फॉर्मेट में वोटर लिस्ट मांगी थी ताकि डेटा का विश्लेषण किया जा सके, लेकिन आयोग ने यह देने से इनकार कर दिया,” – राहुल गांधी
6 महीने की पड़ताल, फर्जी वोटर्स के सबूत पेश किए
राहुल गांधी ने कहा कि उनके पास पहले कोई ठोस सबूत नहीं था, लेकिन उन्होंने अपनी टीम के साथ मिलकर पिछले 6 महीनों में इस मामले की बारीकी से जांच की।
प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने महाराष्ट्र, कर्नाटक और बेंगलुरु के आंकड़े साझा करते हुए बताया कि:
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एक ही पते पर 50-50 वोटर दर्ज हैं
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कई जगह एक ही नाम लेकिन अलग-अलग फोटो वाले मतदाता पंजीकृत हैं
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बेंगलुरु सेंट्रल लोकसभा सीट पर महादेवपुरा विधानसभा क्षेत्र में एक लाख फर्जी वोटर जोड़े गए, जिसके चलते भाजपा वहां से जीत गई
चुनाव आयोग की भूमिका संदिग्ध: राहुल गांधी
राहुल गांधी ने चुनाव आयोग पर आरोप लगाते हुए कहा कि:
“मतदाता सूची सार्वजनिक संपत्ति है, लेकिन आयोग हमें सूची नहीं दे रहा। ये लोकतंत्र के लिए खतरे की घंटी है।”
उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि आयोग द्वारा मतदान के दिन की निगरानी फुटेज नष्ट किए जाने की खबर बेहद संदेहास्पद है।
“क्या भारत में अब एक व्यक्ति को एक वोट का अधिकार सुरक्षित है?”
राहुल गांधी ने चुनाव प्रणाली पर सवाल उठाते हुए कहा कि संविधान ने जो अधिकार नागरिकों को दिए हैं, वे अब खतरे में हैं।
“अब सवाल ये है – क्या भारत में वास्तव में एक व्यक्ति को एक वोट मिलेगा? या ये अधिकार भी छीन लिया जाएगा?”
एग्जिट पोल बनाम परिणाम: ‘सभी आंकड़े गुमराह करते हैं’
राहुल गांधी ने कहा कि महाराष्ट्र और हरियाणा विधानसभा चुनावों में एग्जिट पोल, ओपिनियन पोल और कांग्रेस का आंतरिक सर्वे कुछ और संकेत दे रहे थे, लेकिन अंतिम परिणाम उसके विपरीत आए। उन्होंने ईवीएम प्रणाली पर भी पुनर्विचार की आवश्यकता जताई।
“चुनाव आयोग पर एटम बम फोड़ेंगे”: राहुल गांधी
इससे पहले 1 अगस्त को भी राहुल गांधी ने दावा किया था कि उनके पास चुनाव आयोग की मिलीभगत के पुख्ता सबूत हैं जो ‘एटम बम’ की तरह हैं। हालांकि, आयोग ने उनके आरोपों को “आधारहीन और निंदनीय” करार दिया था।
