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“हमर छत्तीसगढ़” आसिफ इक़बाल की कलम से…

‘हमर छत्तीसगढ़’ में भूपेश सरकार द्वारा अपने इन तीन वर्षों में सभी जिलों में रोज़गार को बढ़ावा देने के लिए कईयों अभिनव कार्यक्रम शुरू किए गए हैं,जिससे बड़ी संख्या में स्थाई रोज़गार के अवसरों का सृजन हो चुका है।इन अवसरों की वजह से लोगों के जीवनस्तर में सुधार के साथ-साथ आय में भी बढ़ोतरी हुई है।अब इससे आगे बढ़ते हुए,भूपेश सरकार ने आगामी 5 वर्षों में 12 से 15 लाख नए रोज़गार अवसरों का सृजन करने “छत्तीसगढ़ रोज़गार मिशन” का गठन किया गया है।इस मिशन के अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे,जबकि मुख्य सचिव अमिताभ जैन उपाध्यक्ष तथा प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला को मिशन का मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाया गया है।मिशन में अन्य सदस्यों में कई संस्थानों के प्रबंध संचालक,विशेषग्यों व अधिकारियों का समावेश होगा।भूपेश सरकार ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी आलोक शुक्ला से आगामी एक महीने के भीतर मिशन की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने निर्देशित किया है। गौरतलब है कि जिस तरह बीते 3 वर्षों में रोज़गार को लेकर जो कार्य किए गए हैं,उसमें छत्तीसगढ़ हर्बल्स की पहल के साथ ही गोधन न्याय मिशन,टी-कॉफी बोर्ड,लाख उत्पादन,मछलीपालन को कृषि का दर्ज़ा देने,ग्रामीण ओद्योगिक पार्क,मिलेट मिशन और वाणिज्यिक वृक्षारोपण जैसे प्रभावी कार्यक्रमों के कार्यान्वयन से रोज़गार के नए अवसरों के सृजन की संभावनाएं बढ़ी हैं।ठीक उसी के समानांतर ‘रोज़गार मिशन के माध्यम से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित कौशल विकास कार्यक्रमों के साथ ही नए कार्यक्रमों के बीच समन्वय स्थापित किया जा सकेगा।इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में आईआईटी,ट्रिपल आईटी,आईआईएम,एन आईटी जैसे अन्य संस्थानों की विशेषज्ञता का रोज़गार के नए अवसरों का लाभ लिया जाएगा।छत्तीसगढ़ रोज़गार मिशन के गठन के बाद जब रोज़गार के नए द्वार खुलेंगे तो माना जा सकेगा कि आगामी 5 वर्षों में 12 से 15 लाख नए रोजगारों का सृजन होकर तरक्की के इतिहास की नई इबारत लिखी जा सकेगी।

छत्तीसगढ़ में 5 वर्षों में होगा 15 लाख नए रोजगार का सृजन,,,,,

‘हमर छत्तीसगढ़’ में भूपेश सरकार द्वारा अपने इन तीन वर्षों में सभी जिलों में रोज़गार को बढ़ावा देने के लिए कईयों अभिनव कार्यक्रम शुरू किए गए हैं,जिससे बड़ी संख्या में स्थाई रोज़गार के अवसरों का सृजन हो चुका है।इन अवसरों की वजह से लोगों के जीवनस्तर में सुधार के साथ-साथ आय में भी बढ़ोतरी हुई है।अब इससे आगे बढ़ते हुए,भूपेश सरकार ने आगामी 5 वर्षों में 12 से 15 लाख नए रोज़गार अवसरों का सृजन करने “छत्तीसगढ़ रोज़गार मिशन” का गठन किया गया है।इस मिशन के अध्यक्ष स्वयं मुख्यमंत्री भूपेश बघेल होंगे,जबकि मुख्य सचिव अमिताभ जैन उपाध्यक्ष तथा प्रमुख सचिव आलोक शुक्ला को मिशन का मुख्य कार्यपालन अधिकारी बनाया गया है।मिशन में अन्य सदस्यों में कई संस्थानों के प्रबंध संचालक,विशेषग्यों व अधिकारियों का समावेश होगा।भूपेश सरकार ने मुख्य कार्यपालन अधिकारी आलोक शुक्ला से आगामी एक महीने के भीतर मिशन की विस्तृत कार्ययोजना तैयार करने निर्देशित किया है। गौरतलब है कि जिस तरह बीते 3 वर्षों में रोज़गार को लेकर जो कार्य किए गए हैं,उसमें छत्तीसगढ़ हर्बल्स की पहल के साथ ही गोधन न्याय मिशन,टी-कॉफी बोर्ड,लाख उत्पादन,मछलीपालन को कृषि का दर्ज़ा देने,ग्रामीण ओद्योगिक पार्क,मिलेट मिशन और वाणिज्यिक वृक्षारोपण जैसे प्रभावी कार्यक्रमों के कार्यान्वयन से रोज़गार के नए अवसरों के सृजन की संभावनाएं बढ़ी हैं।ठीक उसी के समानांतर ‘रोज़गार मिशन के माध्यम से शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में संचालित कौशल विकास कार्यक्रमों के साथ ही नए कार्यक्रमों के बीच समन्वय स्थापित किया जा सकेगा।इसके साथ ही छत्तीसगढ़ में आईआईटी,ट्रिपल आईटी,आईआईएम,एन आईटी जैसे अन्य संस्थानों की विशेषज्ञता का रोज़गार के नए अवसरों का लाभ लिया जाएगा।छत्तीसगढ़ रोज़गार मिशन के गठन के बाद जब रोज़गार के नए द्वार खुलेंगे तो माना जा सकेगा कि आगामी 5 वर्षों में 12 से 15 लाख नए रोजगारों का सृजन होकर तरक्की के इतिहास की नई इबारत लिखी जा सकेगी।

बैंक ने बिगाड़ी नया रायपुर विकास प्राधिकरण की “आर्थिक-सूरत”,,,,,,,,

“कहा जाता है,करे कोई और भरे कोई”और ये कहावत इन दिनों अटल नगर स्थित नया रायपुर विकास प्राधिकरण (एन आर डी ए)पर जमकर चरितार्थ हो रही है।प्राधिकरण ने पूर्व सरकार के कार्यकाल के दौरान नई राजधानी बसाने व सुविधाएं विकसित करने के मामले में बेहिसाब कर्ज़ लेकर कार्ययोजना पर भी बेहिसाब ख़र्च कर डाला और उसकी तुलना में निवेश जैसा होना था,वह नहीं हो पाया और यूनियन बैंक की मिड कॉपोरेट ब्रांच द्वारा करीब 318 करोड़ रुपए की कर्ज़-वसूली के लिए 2659 हैक्टेयर ज़मीन पर प्रतिकात्मक तरीके से कब्ज़ा कर लिया,जिसे लेकर अब सियासी(राजनीतिक) हंगामे के साथ आरोप-प्रत्यारोप का घमासान चल पड़ा है।

‘हमर छत्तीसगढ़’ की नई राजधानी बनाने-बसाने और तमाम सुविधाएँ विकसत करने योजनाओं पर कार्य किए जा रहे हैं।इसी में अटल नगर में रिटेल कॉम्प्लेक्स का निर्माण करने के मामले में सियासी आक्रमण की धार तेज़ हो गई है।भूपेश सरकार के आवास व पर्यावरण मंत्री मोहम्मद अकबर का आरोप है कि बहुत अधिक लागत से निर्माण करने तथा मांग के आंकलन व सर्वे किए बिना ही निवेश करने की स्थिति के लिए पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह पूरी तरह जिम्मेदार हैं।मंत्री मोहम्मद अकबर ने प्रेस वार्ता में बताया है कि रिटेल कॉम्प्लेक्स की लागत रायपुर शहर के बड़े-बड़े अन्य निर्माण की तुलना में भी बहुत अधिक किया गया।उक्त रिटेल कॉम्प्लेक्स का निर्माण कार्य बीते 31 दिसम्बर 2018 को पूरा किया गया था।मंत्री मोहम्मद अकबर का यह भी कहना है कि मांग के अनुरूप निर्माण कार्य कराए गए होते तो बेहिसाब कर्ज़ व ज़मीन पर बैंक के कब्जे की नोबत ही नहींआती।इस पूरे मामले के लिए यदि कोई जिम्मेदार है तो पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमनसिंह की नीति ही उत्तरदायी है।

दुर्ग नगर निगम में ‘कचरा-डस्टबीन’खरीदी व कबाड़ बनाने का घोटाला,,,,,,

दुर्ग नगर निगम ने गली-मोहले व चौक-चौराहों से कचरा एकत्रित करने करीब 500 डस्टबीन की खरीदी लगभग 40 लाख की लागत से की थी।इन डस्तबीनों के इस्तेमाल का निर्णय अब तक नहीं लिया जा सका है,जिससे डस्टबीन कबाड़ जैसी स्थिति में पँहुच गए हैं।सूत्रों का कहना है कि ये डस्टबीन बाज़ार मूल्य से बहुत अधिक दर से खरीदे गए थे और इसकी चर्चा निगम व शहर में आम लोगों की ज़ुबान पर है।अब देखना यह है कि डस्तबीनों का इस्तेमाल जन-स्वास्थ्य को देखते हुए किया जाता है,,,?वहीं डस्टबीन-खरीदी घोटाले की जांच होगी और इसकी आंच से कितनों पर कार्रवाई होती है,,,?

शराब बिक्री बढ़ाने झारखंड सरकार की मदद करेगा”छत्तीसगढ़ मॉडल”,,,,,

‘हमर छत्तीसगढ़’ एक ओर धीरे- धीरे शराबबंदी की तैयारी में जुटा हुआ है।ऐसे में,एक ख़बर से लोग चौक सकते हैं क्योंकि पडौसी राज्य झारखंड ने अपने राज्य में शराब की बिक्री बढ़ाने के वास्ते छत्तीसगढ़ सरकार से मदद मांगी है।इस मदद के लिए उसे छत्तीसगढ़ की नई शराब नीति व छत्तीसगढ़ मॉडल पसंद आया है।माना जा रहा है कि झारखंड राज्य भी छत्तीसगढ़ की तरह शराब खरीदी व बिक्री के लिए नई नीति लागू कर सकती है और दूसरी ओर,अब छत्तीसगढ़ स्टेट मार्केटिंग कम्पनी लिमिटेड कंसल्टेंसी झारखंड को अपनी सेवाएं देने की तैयारी में है।छत्तीसगढ़ के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने भी कहा है कि झारखंड सरकार के अधिकारियों संग हमारे अधिकारियों की इस सिलसिले में वार्ता चल रही है और झारखंड सरकार मांगेगी तो सुझाव भी देंगे।झारखंड सरकार ने छत्तीसगढ़ की बहुत-सी योजनाओं की सराहना कर चुकी है।यहां गौरतलब है छत्तीसगढ़ में सरकार द्वारा अंग्रेज़ी व देसी शराब की बिक्री की जा रही है और सरकार द्वारा शराब को लेकर कई नई गाइडलाइंस भी जारी की गई हैं।शराब की बिक्री कोरोना संक्रमण को देखते हुए ‘ऑनलाइन’ बिक्री भी शुरू की गई है।यहां यह जानना ज़रूरी है कि बीते वर्ष 2018 के चुनाव से पहले कॉंग्रेस ने सरकार बनने पर शराबबंदी लागू करने का वायदा अपने शपथपत्र में किया था।इसके साथ ही बस्तर व सरगुजा जैसे अनुसूचित(आदिवासी) क्षेत्रों की ग्रामसभा को शराबबंदी का अधिकार दिया गया है।इसी बात पर आगे, आबकारी मंत्री कवासी लखमा का यह भी कहना है कि छत्तीसगढ़ में शराबबंदी लागू करने के लिए प्रत्येक वर्ग से सलाह ली जा रही है। छत्तीसगढ़ में शराबबंदी अचानक या एकाएक लागू नहीं की जाएगी और शराबबंदी पूरी ठोस तैयारी से लागू की जाएगी।

धर्म की नगरी दंतेवाड़ा में पर्यटन को बढ़ाने विकसित हो रहा एडवेंचर स्पोर्ट्स सेंटर,,,,,

‘हमर छत्तीसगढ़’ के बस्तर संभाग का दंतेवाड़ा इलाका की सुरम्य हरी-भरी वादियों में पहला एडवेंचर स्पोर्ट्स सेंटर जल्द ही विकसित होने जा रहा है।जिसका विकास खनिज संस्थान न्यास निधि(डी एमएफ)मद के अंतर्गत ज़िला प्रशासन एवं वन विभाग द्वारा संयुक्त तौर पर किया जाएगा।दंतेवाड़ा में दंतेश्वरी माई का मंदिर आस्था का केन्द्र पहले से स्थापित है,वहीं अब पर्यटन को बढ़ावा देने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं वन व जलवायु परिवर्तन मंत्री मोहम्मद अकबर के मार्गदर्शन में सरकार व प्रशासन की पहल से दंतेवाड़ा में विकसित किया जा रहे एडवेंचर स्पोर्ट्स सेंटर से पर्यटन को भी बढ़ावा मिलेगा।यहां सेंटर में सायकल ज़िपलाइन सहित अन्य आधुनिक सुविधाओँ को विकसित किया जा रहा है ताकि समीपस्थ महत्वपूर्ण स्थानों तक पर्यटन सुविधाओं को बढ़ाया जा सके।बताया जा रहा है कि एडवेंचर स्पोर्ट्स पार्क एक आधुनिक व्यायाम प्रक्रिया साधन है।जिसमें सायकल ज़िपलाइन,किड एडवेंचर स्पोर्ट्स जैसे रस्सी से बनाया पुल, हवा में ऊपर छलांग लगानेवाला कमरबंद झूला आदि साहसिक खेल-प्रदर्शन की नई तकनीक का परिचय कराना है।इन सब बातों को ध्यान में रखते हुए खेल प्रशक्षकों एवं खेल वैज्ञानिकों द्वारा पार्क के माध्यम से बेहतर जानकारियां कुशलतापूर्वक दी जाएंगी।इसके साथ ही पर्यटकों की अभिरुचि के केंद्र के रूप में बढ़ोतरी भी करेगा।यहां आधुनिक एवं पारिवारिक कॉटेज हट का निर्माण भी शामिल होगा।दंतेवाड़ा में इस विकास से छत्तीसगढ़ में खेलों की दुनियां के उन्नयन को एक नई पहचान भी मिलेगी।

डेढ़ करोड़ के सोने के साथ सपडाया तस्कर युवक,,,,,,

‘हमर छत्तीसगढ़’ की राजधानी रायपुर के रेलवे स्टेशन पर हावड़ा-मुंबई जाने वाली दुरंतो एक्सप्रेस की बोगी में डायरेक्टर रेवेन्यू विजिलेंस व आरपीएफ की टीम ने संयुक्त कार्रवाई कर युवक की कमर में बेल्ट की तरह बांधे कपड़े(गमछा) को खुलवाकर सोने के 20 बिस्किट व सोने की ईंट बरामद की,जिसका वजन 3 किलो 332 ग्राम और कीमत अनुमानित 1करोड़ 65 लाख रुपए आंकी जा रही है।मुखबिर से मिली सूचना पर रेवेन्यू इंटेलीजेंस (डी आर आई)की टीम ने गांधबाग,नागपुर निवासी
आनन्द नारायण रजाई
नामक तस्कर युवक को पकड़कर रायपुर रेलवे थाना में पूछताछ कर जांच कर रही है।बताया जा रहा है कि तस्कर युवक के सोने की तस्करी के तार बांग्लादेश,पश्चिम बंगाल,छत्तीसगढ़ व नागपुर के सराफा व्यापारियों से जुड़े हो सकते हैं।सोने की तस्करी में हवाला से लेनदेन भी उभर रहा है।डी आर आई कि टीम को इसके सरगना व सम्पर्को को जांच व पूछताछ के दायरे में ला सकती है।फिलहाल, एक बड़ी सोने की तस्करी का पर्दाफाश हो गया है।

मशहूर शायर जाँ निसार अख़्तर ने फरमाया है

“हर चंद ऐतबार में धोखे भी हैं मगर

ये तो नहीं किसी पे भरोसा किया न जाए,,

 

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