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“हमर छत्तीसगढ़”आसिफ इक़बाल की कलम से… 45 अंक

छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे कम बेरोज़गारी दर, रोज़गार मूलक राज्य में अव्वल…

 


छत्तीसगढ़ राज्य में सबसे कम बेरोज़गारी है क्योंकि हमर छत्तीसगढ़ राज्य रोज़गार देने के मामले में अव्वल बना हुआ है। सेण्टर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी (सी.एम.आई.ई.) द्वार जारी किये गये ताज़ा आंकड़ों से जाहिर होता है कि सितम्बर 2022 में छत्तीसगढ़ में बेरोज़गारी दर सिर्फ 0.1 प्रतिशत रही है, जबकि पूरे देश में यह 6.43 प्रतिशत सिर्फ बेरोज़गारी का आंकड़ा है। गौरतलब है कि हमर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की नीतियों की वजह से यह बड़ी उपलब्धि हासिल हुई है। हमर छत्तीसगढ़ राज्य के 99.90% प्रतिशत लोग किसी न किसी रोज़गार के माध्यम से अपनी आजीविका चला रहे हैं। बीते दिनों ही सेण्टर फॉर मॉनिटरिंग इंडियन इकॉनमी द्वारा जारी ताज़ा आंकड़ों से यह बात उजागर हुई है। हमर छत्तीसगढ़ राज्य में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के नेतृत्व में रोज़गार के नए अवसरों के सृजन के लिए बनाई गई योजनाओं और नीतियों के कारण यह उपलब्धि हासिल हो पाई है। हमर छत्तीसगढ़ में बीते पौने चार साल की अवधि में अनेक ऐसी योजनाएं सफलीभूत हुई हैं, जिनसे गांव से लेकर शहरों तक हर हाथ को काम मिला है। सेण्टर ने 01 अक्टूबर 2022 को सबसे कम बेरोज़गारी दर वाले राज्यों में छत्तीसगढ़ राज्य को अव्वल रखा है। जबकि इसी अवधि में दूसरे स्थान पर असम राज्य रहा है। उत्तराखंड 0.5% बेरोज़गारी दर के साथ तीसरे स्थान पर है। मध्य प्रदेश का यह आंकड़ा 0.9% प्रतिशत है जबकि गुजरात में यह दर 1.6% प्रतिशत है। पूरे देश में सर्वाधिक बेरोज़गारी दर मामले में राजस्थान राज्य शीर्ष स्थान पर है जहां बेरोज़गारी दर 23.8% फीसदी है।

छत्तीसगढ़ स्वच्छता सर्वेक्षण में फिर अव्वल, ईस्ट ज़ोन में पाटन पहला, अंबिकापुर व कोरबा पहला-दूसरा सबसे स्वच्छ शहर..

देश भर में छत्तीसगढ़ ने स्वच्छता सर्वेक्षण में बोलबाला बढ़ाया है। छोटे शहरों की केटेगरी में दुर्ग जिले के पाटन ने पूरे ईस्ट ज़ोन में पहला स्थान और देश में दूसरा स्थान अर्जित किया है। इसके साथ ही अंबिकापुर शहर ने स्वच्छ शहरों में अग्रक्रम बनाए रखा है। गौरतलब है कि एक लाख से अधिक आबादी वाले शहरों में राज्य में अंबिकापुर ने अपना पहला स्थान कायम रखा है जबकि कोरबा शहर दूसरे स्थान पर रहा है। गौरतलब है कि इसके साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण के इंडियन स्वच्छता लीग (आई.एस.एल.) में छत्तीसगढ़ के आठ शहरों ने स्थान अर्जित किया है। इनमें से 7 नगरीय निकाय के पहले स्थान पर और एक दूसरे स्थान पर रहा है। हमर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने छत्तीसगढ़ की परचम उपलब्धि पर सभी नागरिकों को बधाई देते हुए कहा है कि स्वच्छता के प्रति सभी नागरिकों की जागरूकता से छत्तीसगढ़ के इतने शहरों को पुरस्कार मिला है। स्वच्छता सर्वेक्षण का पुरस्कार राजधानी दिल्ली के तालकटोरा स्टेडियम में नगरीय प्रशासन मंत्री डॉ शिव डहरिया ने केंद्रीय आवास व शहरी मंत्री हरदीप पुरी के हाथों अवार्ड ग्रहण किया। इस मौके पर सुडा के सी.ई.ओ. व मिशन संचालक सौमिल रंजन चौबे भी मौजूद थे।  इनके साथ ही नगरीय प्रशासन के संयुक्त सचिव आर.इक्का, सूडा के एड. सी.ई.ओ. आशीष टिकरिहा भी मौजूद रहे।

 

संजय शुक्ला बने वन विभाग में राकेश चतुर्वेदी के उत्तराधिकारी मुखिया…

वन विभाग के मुखिया रहे राकेश चतुर्वेदी के रिटायर होने के बाद संजय शुक्ला उनके उत्तराधिकारी के बतौर अब वन विभाग के नये मुखिया होंगे।  संजय शुक्ला वन विभाग में राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक (एमडी) की जिम्मेदारी संभल रहे थे। लेकिन वे अब दोनों प्रभार संभाल लेंगे। रायपुर निवासी संजय शुक्ला आई.एफ.एस. के 1987 बैच के अधिकारी हैं। उनकी शिक्षा दीक्षा भी रायपुर में ही हुई है। संजय शुक्ला एन आई टी रायपुर से ही सिविल इंजीनियरिंग के स्नातक उपाधिकारी हैं। आई.एफ.एस. में आने के बाद से संजय शुक्ला की पदस्थापना छत्तीसगढ़ में ही रही है। वे बस्तर वन मंडल में डीएफओ भी रहे हैं। छत्तीसगढ़ राज्य बनने के बाद वे काडा (अब एन आर डी ए) के पहले सीईओ भी बने। गौरतलब है कि नया रायपुर की प्लानिंग उन्ही के समय हुई थी । इसके उपरांत 6 साल हाउसिंग बोर्ड के कमिश्नर का पद भी सम्हाले। इससे ज़ाहिर होता है कि संजय शुक्ला को सरकार के अन्य विभागों में कार्य करने का खासा अनुभव हासिल है।  संजय शुक्ला वन विभाग के पहले आई.एफ.एस. अधिकारी हैं जो प्रमुख सचिव पद पर भी रहे। संजय शुक्ला आवास पर्यावरण विभाग के प्रमुख सचिव का ओहदा भी सम्हाल चुके हैं। संजय शुक्ला राज्य लघु वनोपज संघ के प्रबंध संचालक पद पर करीब 3 साल से रहे हैं।

36वें राष्ट्रीय गेम्स गुजरात में अमितेश मिश्र ने जीता पहला सिल्वर मैडल…

गुजरात, अहमदाबाद के साबरमती रिवरफ्रंट स्केटिंग रिंग में हो रहे 36वें राष्ट्रीय गेम्स में 10 हजार मीटर पॉइंट तो पॉइंट एलीमिनेशन रेस में द्वितीय स्थान में रहे छत्तीसगढ़ के अमितेश मिश्र ने सिल्वर मैडल जीतकर छत्तीसगढ़ का गौरव बढ़ाया है। इस अवसर पर मौजूद छत्तीसगढ़ के खेल मंत्री उमेश पटेल ने खिलाड़ी अमितेश मिश्र को इस सफलता के लिए बधाई दी है। अमितेश मिश्र के साथ ही कोच दलजीत, शेफ डी मिशन, डॉ अतुल शुक्ल, डिप्टी शेफ डी मिशन रूपेंद्र सिंह चौहान ने उपस्थित होकर खिलाड़ी का उत्साह बढ़ाया। इनके साथ ही छत्तीसगढ़ खेल संचालक श्वेता सिन्हा, छ.ग. स्केटिंग संघ के अध्यक्ष एम.डी. रेड्डी, महासचिव किशोर भंडारी एवं अमितेश के कोच अनुराग साहू ने अपने खिलाड़ी की सफलता के लिए आत्मीय बधाई दी है।

बारनवापारा अभ्यारण्य में वन्यप्राणी रहवास उन्नयन कार्य कैम्पा मद से 5920 हेक्टेयर रकबा में सघन लेंटाना का कार्य..

हमर छत्तीसगढ़ की राजधानी रायपुर से करीब 100 किलोमीटर दूरस्थ बलौदाबाज़ार वन मंडल के तहत बारनवापारा अभ्यारण्य में वन्यप्राणी रहवास उन्नयन कार्य तेजी से बढ़ने लगा है। यहाँ नमी होने के कारण घास प्रजाति भी बड़ी तेजी से बढ़ने लगी है, साथ ही वन्यप्राणियों को अब घास चरने के लिए अच्छी सुविधा उपलब्ध हो गई है। जिससे वन्यप्राणी लेंटाना तथा यूपोटोरियम के उन्मूलन कार्य के बाद स्वच्छंद विचरण भी करने लगे हैं। इससे पर्यटकों को वन्यप्राणियों की भी अब सहजता से दिखाई देने लगे हैं। अभ्यारण्य में वन्यपप्राणी रहवास उन्मूलन कार्य के उपरांत घास उगने से स्पष्ट अंतर देखा जा सकता है। बारनवापारा अभ्यारण्य 244.86 वर्ग किमी के क्षेत्रफल में फैला हुआ है, जहाँ मुख्य मिश्रित वन, साल वन व पहले के सागौन वृक्षारोपण मौजूद है। यहाँ क्षत्रक प्रजाति के अतिरिक्त शाकीय प्रजाति जैसे यूपोटोरियम, लेंटाना, चरोठा आदि खरपतवार हैं जिनके कारण बारनवापारा अभ्यारण्य क्षेत्र में पाए जाने वाले शाकाहारी वन्यप्राणियों को घास आदि नहीं मिलती और उन्हें आवागमन में भी कठनाई होती है, तथा मासबक्षी प्राणियों से भी बचाव कठिन हो जाता है। इसे ध्यान में रखते हुए अभ्यारण्य में रहवास उन्नयन कार्य के तहत सघन लेंटाना तथा यूपोटोरियम के उन्मूलन का कार्य किया गया है जिससे अभ्यारण्य में अब वन्यप्राणियों को पूरे साल हरी खाद्य घास उनके भोजन व चारा के रूप में उपलब्ध हो सके। मालूम रहे कि बारनवापारा अभ्यारण्य में तेंदुए, गौर, भालू, सांभर, चीतल, नीलगाय, कोटरी, चौसिंघा, जंगली सुअर, जंगली कुत्ता, धारीदार लकड़बग्घा,लोमड़ी, भेड़िया एवं मूषक मृग जैसे वन्यप्राणी बहुतायत में आसानी से दिखाई देते है।

ऑनलाइन सट्टा मामले में 21 करोड़ का भंडा फूटा, 9 सटोरिये गिरफ्तार..

दुर्ग पुलिस ने ऑनलाइन सट्टे के मामले में बड़ा खुलासा किया है। पुलिस को 21 करोड़ के सट्टा लेनदेन का पता चला है एवं बैंक खतों की सूक्ष्मता से जांच की जा रही है। बताते हैं ऑनलाइन सट्टे मामले में महादेव और रेड्डी ऑनलाइन सट्टा एप के 9 सटोरियों की गिरफ्तारी हुई है।  दुर्ग जिला पुलिस द्वारा राज्य में ऑनलाइन सट्टे के खिलाफ अभियान चलाया जा रहा है। इसी कड़ी में दुर्ग पुलिस ने 21 करोड़ के ऑनलाइन सट्टे के रुपयों के लेनदेन का खुलासा किया है। गौरतलब है कि 1100 संदिग्ध बैंक खतों का पता लगाया है जिसमें पिछले कुछ दिनों में एक हजार से ज्यादा का लेनदेन (ट्रांजेक्शन) किये गए हैं।  जगदलपुर और छिंदवाड़ा में एंटी क्राइम साइबर यूनिट ने आरोपियों को पकड़ा था। इन आरोपियों से जो सबूत जब्त किये गए थे उनके आधार पर 21 करोड़ के लेनदेन का पता चला है। इस जांच के दौरान 1100 संदिग्ध बैंक खतों की जानकारी भी सामने आई है, जिसमें कुछ ही दिनों में एक हजार से ज्यादा लेनदेन हुए हैं। इन सभी 1100 बैंक खातों की बड़ी सूक्ष्मता से जांच की जा रही है।  दुर्ग जिला पुलिस कप्तान अभिषेक पल्लव के मुताबिक अभी तक 15 आरोपियों से 31 मोबाइल,10 लैपटॉप, 1 मॉनीटर, 1 सीपीयू, 3 की-बोर्ड, 04 माऊस, 03 ब्रॉडबैण्ड, 08 लेपटॉप चार्जर, 24 एटीएम कार्ड, 16 चेकबुक, 12 पासबुक, 11 सिम कार्ड, 09 रजिस्टर, 02 एक्सटेंशन बॉक्स बरामद हुए हैं। मोबाइल नम्बरों की भी गहन जांच की जा रही है।

मध्यप्रदेश में सिवनी शहर के चर्चित युवा शायर मिन्हाज कुरैशी ने फरमाया है
“तोड़ कर रख दिया हालात ने शायद उसको,,,
आज रोया है बहुत सबको हंसाने वाला”

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