छत्तीसगढ़ की गोधन न्याय योजना को फिर मिला राष्ट्रीय सम्मान,,,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ में भूपेश-सरकार ने खेती को समृद्ध करने और किसानों को आत्मनिर्भर बनाने की दिशा में कई अभिनव प्रयोग और बदलाव किए है।छत्तीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना की देश भर में एक नई पहचान बनी है और योजना का सम्मान बढ़ा है।यही वजह है कि “गोधन न्याय योजना”को राष्ट्रीय अवार्ड “एलेट्स एनोवेशन” से सम्मानित किया गया है।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ को कृषि एनोवेशन वर्ग में इस अवार्ड से सम्मानित किया गया है।देश की राजधानी में एलेट्स आत्मनिर्भर भारत समिट में एलेट्स तक्नॉमीडिया प्रायवेट लिमिटेड के संस्थापक व एडिटर इन चीफ डॉ रवि गुप्ता एवं भारत सरकार के टेक्सटाइल मंत्रालय के सचिव यू पी सिंह ने संयुक्त रूप से यह अवार्ड छत्तीसगढ़ के संयुक्त संचालक आर एल खरे ने हासिल किया है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल एवं कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे ने उक्त उपलब्धि की सराहना करते हुए राज्य की जनता,कृषि विभाग,कृषक कल्याण एवं जैव प्रौघोगिकी विभाग तथा गोधन न्याय मिशन के अधिकारियों एवं कर्मचारियों,गौठान समितियों एवं स्व-सहायता समूह की महिलाओं को आत्मीय बधाइयां दी है।यहां यह भी मालूम रहे कि छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना को इससे पहले पर्यावरण संरक्षण एवं सतत विकास में उत्कृष्ट योगदान के लिए”स्कॉच गोल्डन अवार्ड” मिल चुका है।मालूम रहे कि मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने विगत 20 जुलाई2020 को हरेली पर्व से छत्तीसगढ़ गोधन न्याय योजना की शुरुआत की थी। मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि इस योजना ग्रामीणों और पशुपालकों को मजबूती प्रदान कर रही है।अवार्ड्स के माध्यम से गोधन न्याय योजना को राष्ट्रीय पहचान तथा मान्यता मिल रही है
कोरबा ज़िले में पोड़ी उपरोड़ा की बड़ी आबादी”सम्पर्क पुल” के लिए तरस रही,,,,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ के विद्युत नगरी कोरबा ज़िले के विकासखण्ड पोंडी उपरोड़ा में आज़ादी के कई दशकों के बाद आज भी बड़ी आबादी आवागमन के सम्पर्क पुल के अभाव में सिर्फ नाव या डोंगी पर आश्रित है।यू तो,उस इलाके पर प्रकृति काफी मेहरबान है।यह इलाका पहाड़ों व हरियाली से आच्छादित हसदेव नदी की गोद में बसा है।लेकिन प्राकृतिक सम्पन्नता के बावजूद यहां की बड़ी आबादी सम्पर्क पुल के लिए तरस रही है,जो बारिश के दिनों में और भी ज़्यादा मुश्किलें पैदा करती हैं।कोरबा के वरिष्ठ पत्रकार व न्यूज़ एक्शन वेब पोर्टल के संपादक गेंदलाल शुक्ला कहते हैं-वैसे देखा जाए तो कोरबा,कटघोरा और पोंडी उपरोड़ा विकासखण्ड के कई गांव नदी किनारे बसे हैं और नदी के दोनों किनारों तक आने-जाने के लिए सड़क मार्ग से लंबी दूरी नापनी पड़ती है या फिर नाव या डोंगी का सहारा लेना पड़ता है।यहां यह भी गौरतलब है कि लालपुर,कोडियाघाट,साखो,धजाककछार जैसे कई इलाकों में रहने वाले आवागमन की इस मामूली समस्या से जूझने मजबूर हैं।हसदेव-बांगों परियोजना का निर्माण होने के बाद एक बड़ा हिस्सा डुबान में आ गया था और लोगों को सही सम्पर्क नदी-पुल आज तक नहीं मिल पाया है।ऐसे में लोगों की रोजमर्रा की दिक्कतों के साथ बीमारी के इलाज वास्ते किसी बड़े शहर ले-जाने मुश्किलों का सामना करना पड़ता है।चुनाव के समय तो पोलिंग पार्टी से लेकर मतदाताओं को भी दिक्कतें होती हैं।शासन-प्रशासन तक कई दफे इन समस्याओं की जानकारियां पहुंचाई गई लेकिन समाधान आज तक नहीं हो पाया है।इतना ही नहीं,छुरी क्षेत्र के झोराघाट से दूसरे हिस्से को जोड़ने और कोडियाघाट तक सम्पर्क के लिए पुल की ज़रूरत महसूस की जाती रही है।बताते हैं,इसके लिए प्रस्ताव भी बने लेकिन काम कागज़ से बाहर झांक ही नहीं पाया।ऐसा ही मामला साखो क्षेत्र का है।डुबान क्षेत्र की जनता चाहती है कि यहां के लिए भी नई तकनीक से विकल्प तलाशे जाने चाहिए ताकि बारिश के मौसम में दूसरे हिस्से से कटने के दौरान होने वाली समस्याओं से मुक्ति मिल सके।
हमर छत्तीसगढ़ का 33वां ज़िला बना खैरागढ़-छुईखदान-गंडई,,,,,,,,
‘हमर छत्तीसगढ़’ में भूपेश सरकार के साढ़े तीन साल के कार्यकाल में मुख्यमंत्री ने खैरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव जीतने और जीत का प्रमाणपत्र मिलने के मात्र 3 घण्टे के भीतर अपने घोषणा-पत्र और चुनावी वायदा को पूरा कर दिखाया है।भूपेश सरकार ने अपने साढ़े तीन साल के कार्यकाल में खैरागढ़ सहित 5 नए ज़िलों की स्थापना की है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने आवास-कार्यालय में खैरागढ़-छुईखदान-गंडई को 33 वां नया ज़िला बनाने की घोषणा की और साथ ही मुख्यमंत्री ने साल्हेवारा को पूर्ण तहसील व जालबांधा को उपतहसील का दर्ज़ा दिए जाने की भी महत्वपूर्ण घोषणा की।मुख्यमंत्री आवास-कार्यालय में खैरागढ़ विधानसभा सीट पर उपचुनाव में ज़बर्दस्त जीत के बाद नवनिर्वाचित विधायक श्रीमती यशोदा वर्मा सहित बड़ी संख्या में खैरागढ़ के नागरिक पँहुचे थे।नवनिर्वाचित विधायक यशोदा वर्मा सहित सभी को जीत की बधाई देते हुए मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने खैरागढ़ को नया ज़िला बनाने की घोषणा कर अपना वायदा पूरा कर दिया।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने संबोधन में कहा कि खैरागढ़ उपचुनाव में जीत के जनादेश ने सरकार के पिछले साढ़े तीन साल के कामकाज पर अपनी मुहर लगा दी हैऔर यह सब जनता के विश्वास से संभव हो पाया है।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने आगे यह भी बताया कि विधानसभा चुनावों में ऐतिहासिक जीत के बाद कांग्रेस सासंद राहुल गांधी ने कहा था कि सरकार 10 दिनों के भीतर किसानों का कर्ज़ माफ करना चाहिए और सरकार ने इसे 2 घण्टे के भीतर पूराकर दिखाया था,ठीक इसी तरह हमने 24 घण्टे के भीतर खैरागढ़ को ज़िला बनाने का वायदा किया था,उसे भी मात्र 3 घण्टे के भीतर पूरा कर दिखाया है।इसके साथ ही भूपेश बघेल ने खैरागढ़ के मतदाताओं को जीत की बधाइयां देते हुए भरपूर आभार ज़ाहिर किया।उन्होंने भरोसा जताया कि नवनिर्वाचित विधायक यशोदा वर्मा खैरागढ़ क्षेत्र के विकास एवं जनता के लिए सजग दायित्व का निर्वहन करती रहेंगी।
ये आग सियासत ने नफरत की लगाई है,,
सूरज की गवाही को क्यों मान नहीं लेते,,