Newindianews/CG राज्य के सभी नगर निगमों के महापौर और आयुक्त इंदौर में किए गए पाँच दिवसीय अध्ययन भ्रमण के अनुभव अब साझा करेंगे। नगरीय प्रशासन एवं विकास विभाग द्वारा 10 जुलाई को शाम 4 बजे नवा रायपुर स्थित विश्राम भवन में एक विशेष कार्यशाला का आयोजन किया गया है। इस कार्यशाला में उप मुख्यमंत्री व नगरीय प्रशासन मंत्री श्री अरुण साव स्वयं उपस्थित रहेंगे और राज्य के नगरों को स्वच्छ एवं सुंदर बनाने के लिए इंदौर की बेस्ट प्रैक्टिसेस पर मंथन करेंगे।
स्वच्छता मिशन को मिलेगा नया आयाम
उप मुख्यमंत्री श्री साव ने कहा कि छत्तीसगढ़ में स्वच्छ भारत मिशन (शहरी) के अंतर्गत अनेक नवाचार किए जा रहे हैं। प्रधानमंत्री श्री नरेंद्र मोदी के स्वच्छ भारत के संकल्प को मजबूती देने के लिए छत्तीसगढ़ प्रतिबद्ध है। उन्होंने बताया कि इस लक्ष्य की प्राप्ति के लिए महापौर और आयुक्तों ने देश के सबसे स्वच्छ शहर इंदौर का दौरा कर वहां की प्रणाली को करीब से देखा और समझा।
इंदौर से सीखी जाएंगी बेस्ट प्रैक्टिसेस
महापौर और आयुक्तों ने 20 से 24 जून तक दो बैचों में इंदौर नगर निगम की कार्यप्रणाली का गहराई से अध्ययन किया। इस दौरान उन्होंने:
-
घर-घर कचरा संग्रहण प्रणाली
-
इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर व 311 एप
-
आधुनिक कचरा ट्रांसफर स्टेशन एवं रिसायकल केंद्र
-
बायोगैस प्लांट व मटेरियल रिकवरी फैसिलिटी
-
ग्रीन बॉन्ड, कार्बन क्रेडिट ट्रेडिंग जैसे वित्तीय मॉडल
जैसे नवाचारों की जानकारी प्राप्त की। उन्होंने आम नागरिकों से संवाद कर समुदाय की भागीदारी को भी नजदीक से महसूस किया।
जनभागीदारी और नवाचार पर होगा जोर
इंदौर की सफलता का मुख्य आधार जनभागीदारी, सक्रिय जनप्रतिनिधि और सशक्त शहरी वित्तीय मॉडल रहा है। कार्यशाला में इन्हीं बिंदुओं पर राज्य के लिए रूपरेखा तैयार की जाएगी। छत्तीसगढ़ के शहरों में स्वच्छता को और अधिक सुदृढ़ करने के लिए नवाचारों को अपनाने की दिशा में यह कार्यशाला मील का पत्थर साबित हो सकती है।