छत्तीसगढ़ महतारी के आशीर्वाद से राज्य में खुशहाली आई – भूपेश बघेल
छत्तीसगढ़ महतारी से मिले आशीर्वाद से राज्य में खुशहाली मिली और सरकार के मुखिया भूपेश बघेल ने सरकार की चार वर्षों की उपलब्धियों को ‘गौरव दिवस’ में तब्दील कर दिया। गौरव दिवस कार्यक्रम ऐतिहासिक टॉअन हाल वॅ मनाया गया, जिसमे मुख्यमंत्री भूपेश बघेल वीडियो कॉन्फ़्रेंसिंग के जरिए बीते चार सालों की उपलब्धियों और सफलताओं से परिपूर्ण संदेश दिया और कहा कि सरकार ने किसानों को सर्वोपरि मानते हुए उनसे जुड़े मामलों को महत्वाकांशी योजनाओं में बदला और क्रियान्वयन करके किसानों को हर तरफ से लाभ पहुंचाया आर आर्थिक रूप से आत्मनिर्भर बनाया। यही वजह है कि छत्तीसगढ़ में किसानों को धान की कीमत अब पूरे देश में सबसे अधिक मिल रही है। पूरे देश में गोबर और गौ-मूत्र की खरीदी जैसी अकल्पनीय व असोचनीय काम भी हमारी सरकार ने किया और इसका सीध लाभ आर्थिक रूप से गौपालकों, किसानों व आमलोगों को हुआ है, जिससे छत्तीसगढ़ के लोगों का जीवन बदला और खुशहाली बढ़ी है। भूपेश बघेल ने कहा कि विकास और खुशहाली के लिए अपने पुरखों के सपने को पूरा करने की दिशा में आगे बढ़ रहे हैं। किसान, मजदूरों, युवा, महिलाओं व बुजुर्गों सहित सभी वर्ग-समाज के लिए आत्म निर्भर योजनाओ के माध्यम से कार्य किया व किया जा रहा है। भूपेश सरकार हमर छत्तीसगढ़ राज्य के लोगों के सर्वांगीण विकास करने प्रतिबद्ध है। कार्यक्रम में विधायक कुलदीप जुनेजा, महापौर एजाज ढेबर, कलेक्टर सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे, निगम कमिश्नर मयंक चतुर्वेदी सहित बड़ी संख्या में आम लोगों की उपस्थिति रही।
किसानों से सिर्फ तीन पखवाड़े में लक्ष्य से आधा 58 लाख मीट्रिक टन धान की समर्थन मूल्य पर खरीदी…
हमर छत्तीसगढ़ के मुखिया भूपेश बघेल की दूरदर्शिता से किसानों से समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी 58 लाख मीट्रिक टन की जा चुकी है। गौरतलब है कि भूपेश सरकार ने पहली नवंबर से 110 लाख मीट्रिक टन धान खरीदी का लक्ष्य रखा था और इसके महज तीन पखवाड़े में ही 58 लाख मीट्रिक टन धान की खरीदी 14.66 लाख किसानों से की जा चुकी है जिसके लिए 11,640 करोड़ रुपए का भुगतान बैंक लिंकिंग व्यवस्था के तहत किया गया है। खाद्य विभाग के सचिव टोपेश्वर वर्मा ने बताया कि इस साल राज्य में 25-29 लाख किसानों का पंजीयन हुआ है जिसमें 2.26 लाख नए किसान शामिल हैं। राज्य में सामान्य धान 2040 रुपए प्रति क्विंटल तथा ग्रेड-ए धान 2060 रुपए प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है। धान खरीदी के साथ-साथ कस्टम मिलिंग के लिए निरंतर धान का उठाव जारी है।
महिलाओं ने केंचुआ बेचकर कमाए 8 लाख रूपए, मजूबत होती आर्थिक स्थिति…
हमर छत्तीसगढ़ में सरकार की महत्वाकांक्षी गोधन न्याय योजना ग्रामीण महिलाओं के जीवन में लगातार सकारात्मक बदलाव ला रही है। कोरबा जिले में जनपद पंचायत चिर्रा की चंद्रमुखी स्व सहायता समूह की महिलाओं द्वारा 30 क्विंटल केंचुआ उत्पादन का काम किया गया है। इन केंचुओं को बेचकर 8 लाख 95 हजार रुपए कमाए हैं और सभी इस कमाई से बेहद खुश हैं। जिला पंचायत की सीईओ नूतन कंवर ने बताया कि गोधन न्याय योजना से 2 रुपए किलो की दर से गोबर बेचकर आर्थिक लाभ तो मिल ही रहा है अब केंचुआ उत्पादन के बाद गौठानों में वर्मी खाद बनाकर ग्रामीण महिलाएं लाभ कमा रही हैं। चंद्रमुखी समूह की अध्यक्ष ललिता देवी राठिया का कहना है कि उनके समूह की 10 महिला सदस्य हैं जो सभी गोठानों में वर्मी खाद बनाने के साथ ही केंचुआ उत्पादन का कार्य भी करती हैं। इन केंचुओं की खरीदी सरगुजा व रायगढ़ जिले के गौठान नोडल अधिकारियों द्वारा खरीदा गया। इस तरह चंद्रमुखी समूह द्वारा 30 क्विंटल 20 किलो केंचुआ का उत्पादन हुआ था जिसे बेचकर 8 लाल 95 हजार रुपए कमाए हैं। समूह की महिला सदस्यों का भी कहना है कि छतीसगढ़ सरकार की गोधन न्याय योजना, छत्तीसगढ़ सरकार की लाभकारी योजना है। इसी योजना से महिलाओं को स्वावलंबी और आजीविका चलाने का साधन बन गया है।
“बच के दुनियां की निगाहों से खता कर तो लूं,,,,
अपनी नज़रों से मगर ख़ुद को गिराऊं कैसे”,,,