छत्तीसगढ़ की खदानों से देश के 5 राज्यों के बिजलीघरों को कोयला आपूर्ति,,,,
कोल इंडिया से संबद्ध एसईसीएल की छत्तीसगढ़ की खदानों से 5 राज्यों मध्यप्रदेश,गुजरात,पंजाब,महारा
झीरम घाटी मामले में हाईकोर्ट ने नए न्यायिक आयोग के कामकाज पर लगाई रोक,,,,
छत्तीसगढ़ हाईकोर्ट ने झीरम घाटी मामले में भूपेश-सरकार द्वारा गठित नए न्यायिक जांच आयोग के काम पर रोक लगा दी है और नोटिस जारी कर जवाब मांगा है।मामले पर अगली सुनवाई 4 जुलाई को होगी।यह याचिका नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक ने दायर की है।हाईकोर्ट के चीफ जस्टिस अरूप गोस्वामी व जस्टिस सामंत की डबल बैंच ने फैसला सुनाया है।जिसमें नए जांच आयोग के गठन की वैधानिकता को चुनौती दी गई है।धरमलाल कौशिक ने जनहित याचिका दायर कर कहा था कि जस्टिस प्रशांत मिश्रा की जांच पूरी कर रिपोर्ट शासन को सौंप दी थी।जिसे 6 माह के भीतर विधानसभा में पेश किया जाना था लेकिन रिपोर्ट को सार्वजनिक किए बिना ही दूसरा जांच आयोग गठित कर दिया गया है।याचिकाकर्ता की ओर से वरिष्ठ अधिवक्ता राम जेठमलानी व विवेक शर्मा ने पक्ष रखा।बताया जा रहा है कि याचिकाकर्ता की ओर तीन बिंदुओं पर आपत्ति उठाईं गई है,जिसमें वैधानिक न्यायिक जांच रिपोर्ट को 6 माह के अंतराल में रिपोर्ट को विधानसभा में पेश नहीं किया जाना और एक ही घटना व मद्दे पर दोबारा जांच की अनुमति नहीं है।हाईकोर्ट ने याचिकाकर्ता का पक्ष जानने के बाद दूसरे न्यायिक जांच आयोग के कामकाज पर अगली सुनवाई तक रोक लगा दी है।गौरतलब है सरकार द्वारा दूसरा दो सदस्यीय न्यायिक जांच आयोग का गठन 11 नवम्बर 2021 को नोटिफिकेशन जारी कर किया था।मालूम रहे कि 25 मई 2013 को झीरम घाटी में 29 कांग्रेस नेताओं की नृशंस हत्या कर दी गई थी।
कोयला-भंडार जब खत्म होगा,तब कोरबा जिले और खदानों का क्या होगा,,इस पर चिंतन,,,?
मदर्स-डे हर साल मई महीने के दूसरे हफ्ते मनाया जाता है,लेकिन इस दफे 8 मई को पूरी दुनिया में मनाया गया और हमर छत्तीसगढ़ में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने भी कुछ अलग अंदाज़ में मनाया।मुख्यमंत्री ने अपनी मां के संग अपनी तस्वीर साझा करके अपने दिल की बात कर सभी को भावुक कर दिया।मुख्यमंत्री ने मदर्स-डे पर ट्वीट कर अपनी महतारी(मां) संग बड़ी सुंदर तस्वीर साझा कर कहा कि”मुझे हमेशा लगता है आप यहीं कहीं हैं मेरे आसपास”।मां और बच्चे के बीच एक ख़ास रिश्ता होता है।बच्चे चाहे कितने भी भी बड़े हो जाएं,मां के लिए बच्चे ही रहते हैं।गौरतलब है कि मदर्स-डे मनाने की शुरुआत अमेरिका की महिला एना जार्विस ने अपनी मां के निधन के बाद उनकी याद में मनाया था।
“हसरत से देखते रहे दीवारों दर को हम,,
मां क्या गई कि रूठ के रौनक चली गई,,”