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“हमर छत्तीसगढ़” आसिफ इक़बाल की कलम से अंक 71

छत्तीसगढ़ के लोगों के भरोसे का सम्मेलन खरा साबित,,प्रियंका गांधी की मौजूदगी,,,

हमर छत्तीसगढ़ के जगदलपुर में आयोजित भरोसे का सम्मेलन में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की उपस्थिति में श्रीमती प्रियंका गांधी वाड्रा ने मुख्यमंत्री आदिवासी परब सम्मान निधि योजना का विधिवत शुभारंभ किया।इस योजना से बस्तर संभाग के 1840 ग्राम पँचायतों को 5-5 हज़ार रुपए की अनुदान राशि जारी की गई।इस योजना के तहत प्रति ग्राम पंचायत को प्रति वर्ष 10 हज़ार की अनुदान राशि मिलेगी।यह योजना राज्य के सभी अनुसूचित क्षेत्रों में भी लागू की गई है।सम्मेलन को संबोधित करते हुए प्रियंका गांधी वाड्रा ने छत्तीसगढ़ में भूपेश-सरकार की जनकल्याणकारी योजनाओं की जमकर तारीफ की।इससे पहले प्रियंका गांधी ने दंतेश्वरी माई के दर्शन कर आशीर्वाद लिया और प्रदर्शनी का अवलोकन करते हुए योजनाओं की सराहना भी कीं।बस्तर स्टाल पर प्रियंका गांधी ने मिलेट्स बिस्किट का स्वाद भी लिया।उन्होंने ग्राम उद्योग विभाग द्वारा रेशम उत्पादनों की जानकारी भी ली।मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने सम्मेलन में कहा कि यह सम्मेलन छत्तीसगढ़ के लोगों के भरोसे का सम्मेलन है।अब तो हम अगले खरीफ सीज़न में 15 की बजाए 20 किविंटल  धान की खरीदने जा रहे हैं।मुख्यमंत्री ने लोक कल्याणकारी योजनाओं को सरल शब्दों में उकेरा।
सरगुजा के दो जिलों में टू-लेन सड़क निर्माण होगा 143 करोड़ में,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ में सूरजपुर और सरगुजा जिलों में दो  टू-लेन सड़क निर्माण करने के लिए 143 करोड़ 94 लाख रुपए की मंजूरी केंद्रीय परिवहन मंत्री नितीन गडकरी ने अपने टिवटर के माध्यम से दी है।बताते हैं ये दोनों टू-लेन सड़कों का निर्माण राष्ट्रीय राजमार्ग पर अम्बिकापुर-रामानुजगंज-गढ़वा रोड़ के अम्बिकापुर बाईपास के पेव्ड शोल्डर के साथ टू-लेन मार्ग की 143 करोड़ 94 लाख की लागत से करने की स्वीकृति दी गई है।
छत्तीसगढ़ में साल में दूसरी बार सस्ती हुई बिजली दर,,,
हमर छत्तीसगढ़ में सरकार ने साल में दूसरी दफे बिजली की दरें घटाई हैं।अमूमन मई की गर्मियों में बिजली-दरें बढ़ी आती रहीं,जिससे अब राहत मिलेगी। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कम्पनी ने वीसीए में कमी कर दी है।पूर्व में वीसीए चार्ज 78 पैसे प्रति यूनिट था,जिसमें कमी कर दी गई है।अब जो बिल आएगा,वह 43 पैसे प्रति यूनिट की दर से आएगा।इसका मतलब यह हुआ कि साल में दूसरी दफे 67 पैसे प्रति यूनिट बिजली सस्ती हो गई है।राज्य विद्युत नियामक आयोग ने बिजली दरों में कोई बढ़ोतरी नहीं कि है वहीं वीसीए में कमी की गई है।यहां यह जानना ज़रूरी है कि वीसीए चार्ज स्टेट डिस्ट्रीब्यूशन कम्पनी द्वारा क्रय की गई बिजली लागत के आधार पर तय होती है।यह मानना भी सही होगा कि छत्तीसगढ़ शासन को स्टेट पॉवर डिस्ट्रीब्यूशन कम्पनी द्वारा क्रय की गई बिजली सस्ती दर पर मिली है।विद्युत उत्पादन के लिए  कोयला व तेल कीआवश्यकता  ईंधन के रूप में विद्युतगृहों को होती है और दोनों घटकों की कीमत बाज़ार मूल्य के अनुरूप हर दो माह में घटती-बढ़ती रहती है।
सस्ती जेनेरिक दवाएं मिलने से 53 लाख लोगों को मिली 96 करोड़ से अधिक की राहत,,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ में सस्ती जेनेरिक दवाइयों के मिलने से 53 लाख से अधिक लोगों करीबन 96 करोड 20 लाख रुपए की बचत का सीधा लाभ मिला है।गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ के सभी नगरीय निकायों में संचालित की जा रही श्री धनवंतरी जेनेरिक मेडिकल स्टोर्स से करीबन 53 लाख लोगों को सस्ती व कारगर दवाएं मिलने से 96 करोड़ 20 लाख रुपए की राहत मिली है।गौरतलब है कि हमर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल की पहल पर 20 अक्टूबर 2021 से प्रसिद्ध दवा कंपनियों की दवाओं के लिए श्री धनवंतरी जेरिक मेडिकल स्टोर्स का संचालन किया जा रहा है,जहां से लोगों को 50 से 70 प्रतिशत छूट
का लाभ दिया जा रहा है।योजना से 155 करोड़ 54 लाख की दवाओं का विक्रय कर  लोगों को 96 करोड़ से अधिक की राहत पहुंचाई गई है।इस योजना के माध्यम से आम  लोगों को सामान्य से गम्भीर बीमारियों की दवाइयां व सर्जिकल आइटम्स भी रियायती दरों पर इन मेडिकल स्टोर्स से मिल रही है।हमर छत्तीसगढ़ के सभी जिलों रायपुर-20,दुर्ग-19, बिलासपुर-10,  जांजगीर चाम्पा-9, रायगढ़ व बेमेतरा-8-8, बलौदाबाजार-भाटापारा-धमतरी-7-7, बालोद, कोरबा  सक्ति,  कांकेर, सूरजपुर,कबीरधाम, महासमुंद-6-6, राजनांदगांव,बिलाईगढ़, सारंगढ़, मनेन्द्रगढ़, चिरमरी भरतपुर, दंतेवाड़ा, जशपुर,बलरामपुर-5-5, मुंगेली, सरगुजा, गरियाबंद-4-4, कोंडागांव, खैरागढ़, छुईखदान, गंडई, बस्तर,बीजापुर-3-3, गौरेला, पेंड्रा, मरवाही-2-2, मोहला, मानपुर, अम्बागढ़ और नारायणपुर-1-1 श्री धनवंतरी मेडिकल स्टोर्स संचालित की जा रही हैं।
 
छत्तीसगढ़ के किसानों को आमदनी ही रही फूलों की खेती से,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ के किसान शेडनेट पद्धति अपनाकर साल भर फूलों की खेती बढ़ा रहे हैं।इनके फूलों की मांग  नागपुर,हैदराबाद,अमरावती,भुवनेश्वर जैसे बड़े शहरों में हो रही है,जिससे किसानों की आर्थिक उन्नति में भी इजाफा हो रहा है।हमर छत्तीसगढ़ के किसान न केवल फूलों की खेती के प्रति आकर्षित हो रहे हैं बल्कि आधुनिक शेडनेट,पॉली हाउस,ड्रिप एवं मल्चिंग पद्धति अपना रहे हैं,जिससे उन्हें भरपूर उत्पादन मिल रहा है।फूलों की खेती के लिए शेडनेट पद्धति इसलिए कारगर है क्योंकि इससे फूलों की पैदावार कीड़े व बीमारियों से बचाव भी होता है।लंबे समय तक फूलों के बने रहने से किसानों को दुगुना मुनाफा मिल जाता है।शेडनेट पद्धति का लाभ यह भी है कि जिन फूलों की फसल गरमियों में नहीं ले सकते ,उसके लिए भी यह पद्धति कारगर है।साथ ही बरसात के मौसम थरहा सुरक्षित रहता हैऔर नुकसान नहीं होता।सबसे बड़ी बात यह है कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन के तहत संरक्षित खेती के लिए 50 फीसदी अनुदान मिलता है।जिसके अंतर्गत प्रति 710 वर्गमीटर पर 355 वर्गमीटर  में अनुदान का प्रावधान है।किसान अधिकतम 4 हज़ार वर्गमीटर में शेडनेट लगा सकते हैं।गौरतलब है कि राजनांदगांव ज़िले के डोंगरगढ़ विकासखंड के ग्राम कोलिहापुरी के प्रगतिशील किसान गिरीश देवांगन गुलाब,रजनीगंधा व जरबेरा आदि की खेती कर रहे हैं।जिससे उन्हें 10 लाख रुपए सालाना की आय हो रही है।उनका कहना है कि फ्लावर डेकोरेशन के मामले में इन फूलों की अच्छी डिमांड बनी रहती है।गिरीश देवांगन ने अपने खेतों में शिरडी गुलाब की वेरायटी लगाई है।गिरीश देवांगन ने यह भी बताया कि राष्ट्रीय बागवानी मिशन के अंतर्गत पाली हाउस निर्माण के लिए 16 लाख 88 हज़ार और संरक्षित खेती के लिए 14 लाख का अनुदान मिला है।उन्होंने ड्रिप,मल्चिंग व शेडनेट पद्धति का इस्तेमाल फूलों की खेती के लिए कर रहे हैं।
उम्मीद से दूर पुलिस ने 5 साल से गुम पुत्र से मिलवाया,,,,,
हमर छत्तीसगढ़ के जगदलपुर से प्रार्थी समयलाल वर्मा(49 वर्ष) मध्यप्रदेश से लेकर अपने भतीजे अंकित कुशवाहा को जगदलपुर में पढ़ाई करवा रहा था।समयलाल अपने परिवार के साथ वर्ष 2017 में महाकाल के दर्शन करने उज्जैन गया था,तब अंकित घर पर ही था।जब वे 27 जुलाई 2017 को वापस आए तब अंकित घर पर नही मिला।काफी खोजबीन के बाद लापता अंकित की रिपोर्ट पुलिस थाने में कई गई।पुलिस ने अंकित के मोबाइल नम्बर,बैंक खाते एवं आधार कार्ड के ज़रिए पतासाजी शुरू की।इस बीच पुलिस को आधार कार्ड के बैंक खाते से लिंक करने की जानकारी महेंद्र कोटक बैंक से मिली,तब पुलिस ने इस पर जांच आगे बढ़ाई,तब सायबर सेल से तकनीकी सहायता ली गई तो  मालूम हुआ कि अंकित किसी बादशाह नामक व्यक्ति के पास केटरिंग का काम करता है।इसमें गुजरात पुकिस की सहायता ली गई।इसके बाद पुलिस ने पांडेसरा (गुजरात) पुलिस की सहायता से अंकित को बरामद किया गया और बोधघाट पुलिस ने श्रीलाल वर्मा के पुत्र अंकित को उन्हें सौंप दिया।बरसों से उम्मीद से दूर परिवार को पुत्र के मिलने से खुशियों का माहौल बढ़ गया।
देश के एक अनजान शायर बड़ा उम्दा फरमाया है,,,
 ठोकरें अच्छी हैं रास्ते की रुकावटों का पता चलता है,,
संभालने वाले हाथ किसके हैं ये भी पता चलता है,,

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