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“हमर छत्तीसगढ़” आसिफ़ इक़बाल की कलम से अंक 52

कोदो से छत्तीसगढ़ के किसानों को होने लगी करोड़ों की आय…

छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के चलते हमर छत्तीसगढ़ में कोदो – कुटकी और रागी (मिलेटस) की खेती को लेकर किसानों का रुझान बहुत तेजी से बढ़ा है। पहले ये कोदो – कुटकी व रागी औने – पौने दाम में बिकती रही है लेकिन भूपेश सरकार की योजना से मिलेटस अच्छे दाम में बिकने लगा है और राज्य के मिलेटस की समर्थन मूल्य पर खरीदी होने से किसानों को करोड़ों की आय होने लगी है। आपको बता दें कि बीते सीजन में किसानों ने समर्थन मूल्य पर 34298 क्विंटल मिलेटस 10 करोड़ 45 लाख में बेचा था। इससे छत्तीसगढ़ देश का एकमात्र (इकलौता) राज्य बन गया है जहां कोदो कुटकी और रागी की समर्थन मूल्य पर खरीदी और इसके वैल्यू एडिशन का काम किया जा रहा है। कोदो – कुटकी की खरीदी 3377 रु प्रति क्विंटल की दर से खरीदी की जा रही है। छत्तीसगढ़ राज्य बीज प्रमाणीकरण संस्था के सहयोग एवं मार्गदर्शन से किसान कोदो के प्रमाणित बीज का उत्पादन कर अच्छा खासा मुनाफा अर्जित करने लगे हैं। प्रमाणित बीज उत्पादक किसानों की संस्था में लगभग 5 गुना और इससे होने वाले आय में 4 गुना की वृद्धि हुई है। वर्ष 2021 -22 में राज्य के 11 जिलों के 171 किसानों द्वारा 3089 क्विंटल प्रमाणित बीज का उत्पादन किया गया जिसे बीज निगम ने 4150 रु प्रति क्विंटल की दर से किसानों से खरीद कर उन्हें 1 करोड़ 28 लाख 18 हजार रु से अधिक की राशि का भुगतान किया है। छत्तीसगढ़ मिलेट मिशन के तहत मिलेट की उत्पादकता को प्रति एकड़ 4.5 क्विंटल से बढ़ाकर 9 क्विंटल यानी दोगुना किये जाने का भी लक्ष्य रखा गया है।

सुरगी के किसानों ने दिया 100 ट्रैक्टर पैरादान, मुख्यमंत्री ने दी बधाई…

हमर छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कहा है कि 100 ट्रैक्टर पैरादान कर सुरगी की किसानों ने मिसाल पेश की है जो दूसरों के लिए अनुकरणीय है। उन्होंने कहा कि किसानों द्वारा पैरा दान कर गोधन न्याय योजना में सहभागिता का अच्छा कार्य किया गया है। मुख्यमंत्री ने राजनांदगांव के किसानों को बधाई दी। उन्होंने ग्रामीणों से ताली बजाकर इन किसानों को प्रोत्साहित किया। इसके पहले मुख्यमंत्री ने पैरा दान करने वाले किसानों के 100 ट्रैक्टरों को गोठान के लिए हरी झंडी दिखाकर रवाना किया। मुख्यमंत्री ने सुरगी के किसानों को राज्य शासन की योजनाओं की मैदानी स्थिति की जानकारी दी। मुख्यमंत्री ने कहा कि हमने किसानों की कर्जमाफी की, किसानों के लिए राजीव गाँधी किसान न्याय योजना लेकर आए, महिलाओं का राशन कार्ड बनवाया और भूमिहीन मजदूरों के लिए राजीव गाँधी भूमिहीन कृषि मजदूर न्याय योजना लेकर आए। मुख्यमंत्री ने ग्रामीणों की मांग पर क्षेत्र के विकास के लिए अनेक महत्वपूर्ण योजनाओं की घोषणा की। सुरगी में जिला सहकारी बैंक की शाखा खोलने सुरगी हाई स्कूल, मैदान के विकास और लाइटिंग तथा हरदी – सुरगी सड़क की प्रशासकीय स्वीकृति भी दी।

छत्तीसगढ़ में शूट हो रही वेब सीरीज ‘अनार्की’ का क्लैप दिया मुख्य सचिव व सी एम सलाहकार ने…

हमर छत्तीसगढ़ में फिल्माई जा रही वेब सीरीज ‘अनार्की’ के लिए क्लैप शॉट मुख्य सचिव अमिताभ जैन एवं मुख्यमंत्री के सलाहकार गौरव द्विवेदी ने दी। इस वेब सीरीज के निर्देशक तारिक खान हैं जिसमें तिग्मांशु धुलिया, पियूष मिश्रा, ज़ाकिर हुसैन, यशपाल शर्मा और अनीता हस्सनंदनी जैसी कलाकार अभिनय करेंगे। इसकी शूटिंग छत्तीसगढ़ क्लब सिविल लाइन्स में हो रही है। ‘अनार्की’ के पहले शेडयूल की शूटिंग बीते अप्रैल माह में हो चुकी है। इसके दूसरे व अंतिम शेडयूल की शूटिंग छत्तीसगढ़ में चल रही है। मुख्य सचिव अमिताभ जैन व मुख्यमंत्री के सलाहकार गौरव द्विवेदी ने मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के मार्गदर्शन में तैयार फिल्म – नीति की विशेषताओं के बारे में निर्देशक तारिक खान और उनकी टीम को दी। उन्होंने ने यह भी बताया कि फिल्म नीति से प्रभावित होकर बॉलीवुड के निर्माता – निर्देशक शूटिंग के लिए लगातार छत्तीसगढ़ आ रहे हैं। यहां कई वेब सीरीज की शूटिंग हो चुकी है। उन्होंने बताया कि निर्देशक तारिक खान का राज्य शासन की तरफ से हर तरह के सहयोग का विश्वास दिलाया।

लाख की फसल को प्रोत्साहित करने किसानों को बिना ब्याज मिलेगा कर्ज…

हमर छत्तीसगढ़ में भूपेश बघेल सरकार द्वारा लाख की खेती के लिए किसानों को प्रोत्साहित करने जिला सहकारी बैंक के माध्यम से बिना ब्याज के कर्ज देने की व्यवस्था की गई है। गौरतलब है कि छत्तीसगढ़ राज्य लघु वनोपज संघ द्वारा बीहन लाख आपूर्ति तथा बीहन लाख विक्रय और लाख – फसल ऋण की उपलब्धता के लिए मदद सहित आवश्यक व्यवस्था की गई है। बताते हैं हमर छत्तीसगढ़ में वर्तमान में 4 हजार टन लाख का उत्पादन होता है, जिसका अनुमानित मूल्य 100 करोड़ रुपए होता है। राज्य में लाख उत्पादन को 10 हजार टन तक बढ़ाते हुए 250 करोड़ रुपए की आय किसानों को देने का लक्ष्य निर्धारित किया है। राज्य सरकार ने राज्य में बीहन लाख की कमी को दूर करने के लिए किसानों के पास उपलब्ध बीहन लाख को उचित मूल्य पर खरीदी करने के लिए क्रय – दर का निर्धारण किया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख (बेर पेड़ से प्राप्त) के लिए किसानों को देय क्रय दर 550 रु प्रति किलो तथा रंगीनी बीहन लाख (पलाश पेड़ से प्राप्त) के लिए किसानों को देय क्रय दर 275 रु प्रति किलो निर्धारित की गई है। इसी तरह किसानों को बीहन लाख उपलब्ध कराने के लिए विक्रय दर का भी निर्धारण किया गया है। इसके तहत कुसुमी बीहन लाख के लिए किसानों को देय विक्रय दर 640 रु प्रति किलो और रंगीनी बीहन लाख के लिए किसानों को देय विक्रय दर 375 रु प्रति किलो निर्धारित है। लाख पालन को वैज्ञानिक पद्धति से करने लघु वनोपज संघ द्वारा कांकेर में प्रशिक्षण केंद्र खोला गया है। यहाँ 3 दिवसीय संस्थागत प्रशिक्षण के साथ लाख उत्पादन क्लस्टर में आन फॉर्म प्रशिक्षण भी दिया जा रहा है। राज्य में सफल क्रियान्वन और लाख उत्पादन में वृद्धि करने के लिए 20 जिला यूनियनों में 3 से 5 प्राथमिक समिति क्षेत्र को जोड़ते हुए लाख उत्पादन क्लस्टर का गठन किया गया है। कहने का तात्पर्य है कि राज्य सरकार द्वारा किसानों को लाख की खेती के लिए प्रोत्साहित करने और उनकी आय में वृद्धि के लिए विशेष पहल की जा रही है।

छत्तीसगढ़ को मछली पालन के लिए मिला बेस्ट इनलैंड स्टेट व बेस्ट प्रोप्राइटरी फर्म का राष्ट्रीय पुरस्कार…

विश्व मात्स्यिकी दिवस के अवसर पर हमर छत्तसगढ़ को मछली पालन के क्षेत्र में राष्ट्रीय पुरस्कार मिला है। राष्ट्रीय मात्स्यिकी विकास बोर्ड द्वारा छत्तीसगढ़ को मछली पालन के क्षेत्र में उल्लेखनीय कार्यों के लिए दुनेथा दमन में स्वामी विवेकानंद ऑडिटोरियम में ‘बेस्ट इनलैंड स्टेट’ अवार्ड सम्मान के साथ 10 लाख का पुरस्कार स्मृति चिन्ह सहित प्रदान किया गया, जिसे छत्तीसगढ़ के मत्स्य विभाग के संचालक एन. एस. नाग ने ग्रहण किया। इस अवसर पर राज्य के धमतरी जिले के बगौद गांव के मत्स्य पालन फर्म भारत बाला एकवाकल्चर को भी ‘बेस्ट प्रोप्राइटरी फर्म’ के रूप में 2 लाख का पुरस्कार व स्मृति चिन्ह प्रदान कर सम्मानित किया गया। राष्ट्रीय पुरस्कार मिलने पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल व कृषि मंत्री रविंद्र चौबे ने मत्स्य पालन के क्षेत्र में छत्तीसगढ़ को राष्ट्रीय स्तर के एक साथ दो सम्मान मिलने पर विभाग के अधिकारीयों व कर्मचारियों तथा मत्स्य पालन से जुड़े लोगों को बधाई व आत्मीय शुभकामनाएं दी है।

महाकोशल कला परिषद की अनोखी पहल, मधुमेह पर 108 कलाकारों की पेंटिंग्स…

हमर छत्तीसगढ़ की प्रसिद्ध महाकोशल कला परिषद के सौजन्य से कला वीथिका में मधुमेह पर 108 कलाकारों की चुनिंदा 48 रचनाओं को प्रदर्शित किया गया। महाकोशल कला परिषद की अनोखी पहल में लायंस क्लब रायपुर फ्रेंड्स, शास.नागार्जुन कालेज, रेड क्रॉस सोसाइटी तथा एन एस एस के संयुक्त सहयोग से किया है। इसमें भारत के 108 कलाकारों की रचनाएं जो मधुमेह के प्रभावों को इंगित करती है उसमें से 48 चुनिंदों रचनाओं को प्रदर्शित किया गया है। इस कला प्रदर्शनी में जल,तेल, आयल कलर, पेस्टल, एक्रेलिक, कोलाज एवं आयल कलर का इस्तेमाल कर कलाकारों  ने रचना का निर्माण किया है। कलाकारों की अनोखी प्रस्तुति को काफी सराहना मिली है।

देश के मशहूर शायर निदा फ़ाज़ली फरमाते हैं,,,

चांद से फूल से या मेरी जुबां से सुनिए,,

हर जगह आपका किस्सा है जहां से सुनिए,,,

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