भा.कृ.अनु.प. द्वारा भौतिक सत्यापन एवं मूल्यांकन के लिए 5 सदस्यीय समिति करेगी निरीक्षण
Newindianews/CG कृषि महाविद्यालय एवं अनुसंधान केन्द्र, ढोलिया, बेमेतरा में महाविद्यालय को मान्यता दिलाने हेतु वैज्ञानिकों एवं कर्मचारियों द्वारा की जाने वाली तैयारी जोर-शोर से की जा रही है। बेमेतरा जिले में कृषि महाविद्यालय की आधारशिला वर्ष 2013 में बी.एस.सी. (कृषि) पाठ्य क्रम के लिए रखी गयी थी, किन्तु अब तक महाविद्यालय में आधारभूत आवश्यकताओं की कमी होने के कारण भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद (आईसीएआर) द्वारा मान्यता प्राप्त करने में असमर्थ रहा है। इस हेतु वर्ष 2019 में भी सत्यापन एवं मून्यांकन समिति गठित कर मूल्यांकन किया गया था परंतु मान्यता नहीं मिल पाई। भौतिक सत्यापन एवं मून्यांकन समिति (पीआरटी) महाविद्यालय में भवन, प्रक्षेत्र प्रयोगशाला एवं प्रायोगिक सामान की उपलब्धता, अनुसंधान एवं शिक्षण संबंधी मूलभूत आंकड़ों को ध्यान में रखकर मान्यता प्रदान करती है। इस वजह से कृषि महाविद्यालय के चतुर्थ वर्ष के छात्र-छात्राऐं जिन्हें रेडी अथवा रावे की छात्रवृत्ति भा.कृ.अनु.प. से नहीं प्राप्त को रहा है। जिससे इस छात्रवृत्ति का वहन इंदिरा गांधी कृषि विश्वविद्यालय, रायपुर को करना पड़ रहा है। मान्यता प्राप्त ना होने के कारण इस महाविद्यालय के छात्र-छात्राऐं भा.कृ.अनु.प. (एन.टी.ए.) के किसी भी प्रतिस्पर्धात्मक परीक्षा में भी शामिल नहीं किये जा रहे हैं। अगर इस वर्ष कृषि महाविद्यालय, ढोलिया को मान्यता मिल जाती है तो छात्र-छात्राऐं उपरोक्तानुसार सेवाओं का लाभ ले पायेंगे एवं साथ-साथ कृषि महाविद्यालय को केन्द्र से मिलने वाली आर्थिक सहायता राशि का भी लाभ मिलेगा। इस वर्ष भा.कृ.अनु.प. द्वारा भौतिक सत्यापन एवं मूल्यांकन के लिए 5 सदस्यीय समिति का गठन डॉ. एस. आर. चौधरी, पूर्व कुलपति, नवसारी एग्रीकल्चर विश्वविद्यालय की अध्यक्षता में किया गया है। इस समिति में डॉ. सी. के. नारायणा, सचिव सदस्य वर्तमान क्षेत्रीय समन्वयक, राष्ट्रीय कृषि शिक्षा मान्यता बोर्ड, (साऊथ), डॉ. एस.के. कश्यप, सदस्य, अधिष्ठाता, उद्या